swabhimaan
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निराशा में आशा की किरण है मेरी माँ
मेरा विश्वास , मेरी ताक़त है मेरी माँ
मई हमेशा खुश रहूँ ,आगे बढूँ
बस यही एक चाहत है उनकी
हसीं के पीछे छुपा दर्द पहचान लेती है माँ
बिना कहे सब समझ जाती है मेरी माँ
ज़रा सी तकलीफ मुझे हो तो रो देती है मेरी माँ
एक नया आसमा और नयी उधन देती है मुझको
कितना भी लडूं मै माँ से
पर लाख दुआएं देती है माँ
मै उसकी परछाई हु
सपनो और हकीकत से परिचय कराती है मेरी माँ
मेरी हसीं ,मेरी ख़ुशी है मेरी माँ
पतझड़ में बसंत का एहसास है मेरी माँ
मेरी धड़कन , मेरी जिंदगी है मेरी माँ …………..
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